सभी
को जीवन मे सुख प्राप्त करने कि आकांक्षा रहती है हर कोई महापुरुष बनना
चाहता है सबको अच्छा बनने कि चाह रहती है लेकिन सभी की यह इच्छा पूर्ण नही
होती, इसके पीछे क्या कारण होगो? हमारे जीवन मे कही न् कही से कुछ दोष
दाखिल हो जाते है जो हमे बिगाडते है और जीवन मे आगे बदने के बजाय पीछे
धकेलते है इसका मुख्य दोष है हमारी आदते..........................
"कोई भी इंसान अपने प्राप्त फर्जो को अदा करके हि जीवन का कोई भी लक्ष्य आसानी से हासिल कर सकता है और महान बन सकता है "
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